रविवार शाम को जिले में एसडीएम और डॉक्टरों के बीच चल रहे विवाद ने नया मोड़ लिया। डॉक्टरों के अनुसार, जिला कलेक्टर टीना डाबी की मध्यस्थता के बाद प्रशासन की तरफ से माफी मांग ली गई, जिससे मामला शांत हो गया। इसके बाद डॉक्टरों ने अपना विरोध प्रदर्शन स्थगित कर दिया।
विवाद की पृष्ठभूमिडॉक्टरों और प्रशासन के बीच विवाद कुछ दिन पहले शुरू हुआ था। डॉक्टरों ने कहा कि प्रशासन की ओर से कुछ कथित असम्मानजनक व्यवहार के चलते उनका आत्मसम्मान प्रभावित हुआ। इस मुद्दे को लेकर डॉक्टरों ने कार्यालय और अस्पताल परिसर में विरोध दर्ज कराया।
जिला कलेक्टर की भूमिकाजिला कलेक्टर टीना डाबी ने इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू की। कलेक्टर ने डॉक्टरों की शिकायतों को सुना और प्रशासन की ओर से आवश्यक माफी देने का आश्वासन दिया।
डॉक्टरों की प्रतिक्रियाडॉक्टरों ने बताया कि “जिला कलेक्टर के प्रयास से प्रशासन की ओर से माफी मांग ली गई। इसके बाद हमने अपना विरोध प्रदर्शन अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया। हमें विश्वास है कि भविष्य में इस तरह के घटनाक्रम नहीं होंगे।”
प्रशासन की प्रतिक्रियाएसडीएम कार्यालय ने कहा कि यह मामला सामान्य गलतफहमी के कारण उत्पन्न हुआ था और जिला कलेक्टर की मध्यस्थता से यह सुलझ गया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सभी कर्मचारियों के सम्मान और कार्य वातावरण को सुरक्षित रखा जाएगा।
स्थानीय प्रभावइस विवाद के दौरान बाड़मेर के कई अस्पतालों और सरकारी कार्यालयों में सामान्य कार्य प्रभावित हुआ था। डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन से चिकित्सा सेवाओं में असुविधा का सामना करना पड़ा। प्रशासन और डॉक्टरों के बीच मामला सुलझ जाने के बाद सामान्य सेवाएं पुनः शुरू कर दी गई हैं।
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