कलेक्टर डॉ. अंजली राजोरिया ने मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अरनोद का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के सभी विभागों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने ओपीडी, प्रसूति कक्ष, दवा वितरण केंद्र व शौचालयों की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई, दवाइयों की उपलब्धता व चिकित्सकीय उपकरणों की क्रियाशीलता की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान डॉ. राजोरिया ने अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल परिसर में साफ-सफाई रखने पर जोर देते हुए शौचालयों की नियमित सफाई करवाने को कहा। साथ ही उन्होंने आवश्यक दवाइयों का हमेशा स्टॉक रखने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। कलेक्टर ने स्टाफ उपस्थिति का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मरीजों को समय पर उपचार व दवाइयां मिलें तथा अस्पताल स्टाफ उनके साथ संवेदनशीलता से पेश आए।
मॉक ड्रिल के दौरान कलेक्टर ने जांची तैयारियां
220 केवी ग्रिड सबस्टेशन पर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान आग लगने की काल्पनिक स्थिति निर्मित हुई। जिला कलेक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया, पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पर्वत सिंह तत्काल मौके पर पहुंचे। जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. धीरज सेन भी समय पर पहुंच गए। नगर परिषद की दमकल टीम ने भी तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कार्रवाई की।
मॉक ड्रिल में कुछ अधिकारियों की कार्यप्रणाली की खामियां भी सामने आईं। नगर परिषद आयुक्त व सीएमएचओ डॉ. जीवराज मीना देरी से मौके पर पहुंचे। जिला कलेक्टर ने मौके पर सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और संतोष जताया।इस मॉक ड्रिल से यह स्पष्ट हो गया कि आपातकालीन स्थिति में कौन से अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के प्रति सजग हैं और किन अधिकारियों को अपनी तत्परता में सुधार करने की जरूरत है।
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