शुक्रवार को गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि पर मनसा माता में सवामणी कार्यक्रम में शामिल होने आए श्रद्धालुओं से भरी बस अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे से टकरा गई। टक्कर के बाद बस में आग लग गई। इससे एक श्रद्धालु धूड़ सिंह की मौत हो गई, जबकि चालक समेत 21 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पूरी बस जलकर राख हो गई। घायलों को झुंझुनूं और सीकर रेफर किया गया है।
ऐसे हुआ हादसा
गुड़ा गांव निवासी दलपत सिंह और मीनू कंवर को पुत्र रत्न की प्राप्ति होने पर उनके ससुराल वाले जयपुर के सांगानेर से मनसा माता मंदिर आए थे। ससुर गोपाल सिंह चौहान, सास मोना कंवर समेत करीब 40 लोग बस से आए थे और मंदिर में पूजा-अर्चना और छुछक की रस्म अदा करने के बाद जयपुर लौट रहे थे। जाते समय चालक को संदेह हुआ कि बस के ब्रेक फेल हो गए हैं। वह बस को नियंत्रित करने का प्रयास करते रहे, लेकिन सड़क के एक तरफ खाई और दूसरी तरफ चट्टान होने के कारण बस अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे से टकरा गई और कुछ ही देर में आग लग गई। आग लगने की सूचना मिलने पर दमकल मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक पूरी बस जल चुकी थी।
पिछले साल भी हुआ था बड़ा हादसा
गौरतलब है कि 29 मई 2023 को मनसा माता के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई थी। उस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे। इसके बावजूद व्यवस्थाओं में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ।
थाना प्रभारी ने बताया:
जयपुर से आए श्रद्धालुओं की बस अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे से टकरा गई, जिससे बस में आग लग गई। सभी को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और बाकी का इलाज चल रहा है।