अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर जिले में अब तक डिप्थीरिया के 32 संदिग्ध रोगी मिल चुके हैं। बच्चों में होने वाली इस बीमारी से डीग जिले में 8 बच्चों की मौत के मामले सामने आए थे। इसके बाद से ही चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड़ पर है। जानकारी के अनुसार टीबी हॉस्पिटल के पास आइसोलेशन वार्ड में अभी गलघोंटू (डिप्थीरिया) से ग्रसित 2 बच्चे भर्ती हैं। दोनों बच्चे डीग जिले के नगर क्षेत्र के हैं। इनमें एक 6 वर्षीय और एक 7 वर्षीय बालक है।
अस्पताल मे डिप्थीरिया के उपचार के लिए एंटी डिप्थीरिया सीरम और उपचार की अन्य दवाएं आवश्यक मात्रा में उपलब्ध हैं। सामान्यतया टीकाकरण से वंचित बच्चों में इस रोग के होने की संभावना होती है। सीएमएचओ डॉ. योगेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में डिप्थीरिया को लेकर स्थिति सामान्य है। लक्षणों के आधार पर ही मरीज का उपचार प्रारंभ कर दिया जाता है। लेकिन बच्चों के अलावा बड़ो में भी यह बीमारी पाई गई है जो कि असामान्य बात है।डिप्थीरिया संक्रामक जीवाणु से बच्चों में होने वाला रोग है। यह कोरिनेबैक्टीरियम डिप्थीरिया नाम के बैक्टीरिया से फैलता है। इस बैक्टीरिया के असर से गले, नाक, त्वचा और शरीर के अन्य अंगों में संक्रमण हो जाता है। डिप्थीरिया से पीड़ित रोगी को सांस लेने में दिक्कत होती है। तुरंत इलाज न मिले तो मौत हो सकती है। बीमारी से बचाव का उपाय यही है कि परिजन बच्चों का टीकाकरण कराएं और डिप्थीरिया होने पर तुरंत इलाज कराएं।
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