पश्चिम चंपारण(बगहा)।वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत वन प्रमंडल 2 के वन क्षेत्र में शाकाहारी और मांसाहारी जानवरों की संख्या में काफी वृद्धि को देखते हुए वन विभाग इसे बेहतर उपलब्धि मानता है।बाघ की संख्या में भी वृद्धि दर्ज किया गया है।इसी क्रम में वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के जटाशंकर वन परिसर के वन क्षेत्र में टाइगर की चहलकदमी को देखते हुए वन प्रशासन ने पैदल, ई रिक्शा,साइकिल व बाइक यात्रियों को जटाशंकर वन क्षेत्र में जाने पर पाबंदी लगा दी है। उल्लेखनीय है कि रविवार की सुबह बाघ का पग मार्क जटाशंकर चेक नाका व आस पास सहित वाल्मीकि आश्रम जाने वाले क्षेत्र में देखा गया है।इस सन्दर्भ में आई एफ एस प्रशिक्षु डीएफओ स्टालिन फीडर कुमार से पूछे जाने पर उन्होने बताया कि सुबह में टाइगर के पग मार्क देखे गए हैं।जिसे देखते हुए सुरक्षा के मद्दे नजर पैदल, ई रिक्शा,साइकिल व बाइक से वन क्षेत्र में भ्रमण करने वाले पर्यटकों और मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को रविवार को वन क्षेत्र में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।वही जंगल सफारी और बड़ी गाड़ियों पर पाबंदी नहीं है। ताकि किसी प्रकार की कोई अनहोनी ना हो ।बाघ हिंसक जानवरों की श्रेणी में आता है। बाघ अपने किसी शिकार के फिराक में हो सकता है।पग मार्क के आधार पर वन कर्मियों को बाघ के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया है।वस्तु स्थिति को देखते हुए वन क्षेत्र में प्रवेश पर निर्णय लिया जायेगा।
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